तुम अटल शक्ति के वाहक हो तुम अटल शक्ति के वाहक हो
कुछ खास तेरे वजूद में जो खुद में मैंने जिंदगी पा ली जो तू कल थी आज वही वही कविता मै कुछ खास तेरे वजूद में जो खुद में मैंने जिंदगी पा ली जो तू कल थी आज वही ...
यदि दल बदल कर दल बल सहित पार्टी में शामिल हो तो यदि दल बदल कर दल बल सहित पार्टी में शामिल हो तो
नदी उबासी क्यों लेती है, नाव उलट कर क्यों लेटी है नदी उबासी क्यों लेती है, नाव उलट कर क्यों लेटी है
ह्रदय में सीता राम बसे हैं याद करें, नेत्रों में जल भरते। ह्रदय में सीता राम बसे हैं याद करें, नेत्रों में जल भरते।
ये जुगनू हैं चमकेंगे कुछ देर अंधेरे में, राहें रोशन करने को महताब संजोए। ये जुगनू हैं चमकेंगे कुछ देर अंधेरे में, राहें रोशन करने को महताब संजोए।